जालंधर/केंद्र सरकार द्वारा गरीबी रेखा से निचे रहने वाले गरीब परिवारो को पर महीने एक मैंबर को 5 किलो गेंहू स्मार्ट कार्डो द्वारा खाद्य आपूर्ति विभाग द्वारा खोले गए राशन डिपोओ के माध्यम से लाभपत्रियो को वितरित की जा रही थी।जिसे प्रदेश की मान सरकार गेंहू को आटे मे तब्दील कर घर घर आटा पहुँचाने की शुरुआत करने जा रही है।जो फैसला बहुत ही गलत है इस फैसले से पंजाब की हजारों आटा चक्की और डिपो होल्डर बेतुजगर हो जाएंगे।गोरिया ने कहा कि अकाली भाजपा सरकार के समय पर भी यह आटे की शुरुआत की गई थी जो बुरी तरह से फ्लॉप हो गई।यह शब्द कट्टर हिन्दू नेता और समाज सेवी सुभाष गोरिया ने आज एक बैठक के दौरान कहे उन्होंने कहा कि जो आता पीसने वाली मिलो में बड़े खपले का खुलासा हो सकता है।क्योंकि गेंहू से ही सूजी मेदा बनता है।जो मिले लोगो को दिये जाने वाला आटा तैयार करेंगी वो पहले आटे से सूजी मेदा निकालकर महंगे रेटो में उसे बाजार में बेचेंगे और घटिया आटा लोगो मे वितरित करेंगे।जरूरतमंद परिवारो को आटा थैलियों में पाकर दिया जाएगा।ज्यादा समय आटा थैलियों मे होने के कारण खराब हो सकता है।गोरिया ने कहा कि 1 करोड़ 42 लाख गरीब लाभपत्रियो की सेहत के साथ खिलवाड़ किया जाएगा।सरकार बेरुजगारी दूर करने की बजाए पंजाब में बेरुजगारी फैलाना चाहती है जो हम हरगिज़ नही होने देंगे।