जालंधर(Ravi Kumar): आज दशहरा समारोह के दौरान पंजाब के जालंधर में एक अनूठी पहल हुई। आदर्श नगर गीता मंदिर के पीछे पार्क में आदर्श नगर दशहरा वेलफेयर कमेटी द्वारा करवाए जा रहे दशहरा समारोह के दौरान सभा द्वारा जालंधर केंद्रीय से विधायक रमन अरोड़ा को मुख्य मेहमान के रूप से आमंत्रित किया गया था।
समारोह में जैसे ही रमन अरोड़ा पहुंचे प्रबंधक कमेटी द्वारा मंच से विधायक रमन अरोड़ा को मुख्य मेहमान संबोधित करते हुए उन्हें मंच पर बुलाया गया। मंच पर पहुंचकर विधायक रमन अरोड़ा को जैसे ही प्रबंधक कमेटी ने अपने विचार देने के लिए माइक दिया। विधायक रमन अरोड़ा ने समारोह में उपस्थित हजारों की संख्या में लोगों को अपनी बात से हैरान कर दिया। विधायक रमन अरोड़ा ने कहा किसी भी समारोह का मुख्य मेहमान उस व्यक्ति को होना चाहिए जो व्यक्ति समाज के प्रति पूर्ण रूप से समर्पित होता है।
विधायक रमन अरोड़ा ने कहा मैं प्रबंधक कमेटी का धन्यवाद करता हूं जिन्होंने मुझे मुख्य मेहमान बनाया लेकिन मैंने आज एक ऐसे व्यक्ति को मुख्य मेहमान बनाने का निर्णय लिया है, जो व्यक्ति पिछले कई साल से पंजाब पुलिस में सिपाही के तौर पर अपनी जिम्मेदारी निभा रहा है और इस जिम्मेदारी निभाने के दौरान वह किसी भी त्योहार को अपने परिवारों के साथ नहीं मना पा रहा, विधायक रमन अरोड़ा ने कहा एक सिपाही को मैं मुख्य मेहमान बना रहा हूं लेकिन यह सिर्फ एक सिपाही नहीं इसके पीछे पंजाब पुलिस के लाखों मुलाजिम है जो हर परिस्थिति में हमारे त्योहारों को सफल और सुरक्षित बनाने के लिए अपने परिवारों से दूर रहकर हमारी सुरक्षा का कार्य करते हैं।
इस दौरान इनके परिवार इनके बिना ही त्यौहार मनाते हैं। हमारे समाज में इससे बड़ा समर्पण नहीं हो सकता, इसीलिए मैं पंजाब पुलिस के सिपाही थाना डिवीजन नंबर चार में कार्य कर रहे कॉन्स्टेबल गुरप्रीत सिंह को आज के इस समारोह का मुख्य मेहमान घोषित करता हूं। विधायक रमन अरोड़ा की इस घोषणा के बाद सारा पंडाल तालियों की आवाज से गूंज उठा, प्रबंधक कमेटी द्वारा कॉन्स्टेबल गुरप्रीत सिंह को स्टेज पर बुलाकर सम्मानित भी किया गया और विधायक द्वारा दिखाए गए इस दरियादिली को एक अनूठी मिसाल बताते हुए विधायक रमन अरोड़ा का धन्यवाद किया गया उसके पश्चात विधायक ने कॉन्स्टेबल गुरप्रीत सिंह से ही रिमोट कंट्रोल द्वारा रावण दहन करवाया गया।
आज के इस घटनाक्रम ने पंजाब की राजनीति में बदलाव की बात करने वाली आम आदमी पार्टी की सरकार की सोच को सही साबित कर दिया कि किस तरह से मुख्य मेहमान बने विधायक ने अपने स्थान पर एक सिपाही को मुख्य मेहमान बनाकर मिसाल पेश की।